धाव् (दौड़ना) धातु रूप संस्कृत के सभी लकारों में धातु रूप (Dhav Dhatu Roop in Sanskrit) नीचे दिये गये हैं।
Dhatu Roop of Dhav
1. लट् लकार (वर्तमान काल)
| पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
|---|---|---|---|
| प्रथम पुरुष | धावति | धावतः | धावन्ति |
| मध्यम पुरुष | धावसि | धावथः | धावथ |
| उत्तम पुरुष | धावामि | धावावः | धावामः |
2. लङ् लकार (भूतकाल)
| पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
|---|---|---|---|
| प्रथम पुरुष | अधावत् | अधावताम् | अधावन् |
| मध्यम पुरुष | अधावः | अधावतम् | अधावत |
| उत्तम पुरुष | अधावम् | अधावाव | अधावाम |
3. लृट् लकार (भविष्यत् काल)
| पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
|---|---|---|---|
| प्रथम पुरुष | धाविष्यति | धाविष्यतः | धाविष्यन्ति |
| मध्यम पुरुष | धाविष्यसि | धाविष्यथः | धाविष्यथ |
| उत्तम पुरुष | धाविष्यामि | धाविष्यावः | धाविष्यामः |
4. लोट् लकार (आज्ञा, प्रार्थना)
| पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
|---|---|---|---|
| प्रथम पुरुष | धावतु | धावताम् | धावन्तु |
| मध्यम पुरुष | धाव | धावतम् | धावत |
| उत्तम पुरुष | धावानि | धावाव | धावाम |
5. विधिलिङ् लकार (चाहिए के प्रयोग में)
| पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
|---|---|---|---|
| प्रथम पुरुष | धावेत् | धावेताम् | धावेयुः |
| मध्यम पुरुष | धावेः | धावेतम् | धावेत |
| उत्तम पुरुष | धावेयम् | धावेव | धावेम |