ज्ञा – जा (जानना) धातु रूप संस्कृत के सभी लकारों में धातु रूप (Gya Dhatu Roop in Sanskrit) नीचे दिये गये हैं।
Dhatu Roop of Gya
1. लट् लकार (वर्तमान काल)
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथम पुरुष |
जानाति |
जानीतः |
जानन्ति |
मध्यम पुरुष |
जानासि |
जानीथः |
जानीथ |
उत्तम पुरुष |
जानामि |
जानीवः |
जानीमः |
2. लङ् लकार (भूतकाल)
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथम पुरुष |
अजानात् |
अजानीताम् |
अजानन् |
मध्यम पुरुष |
अजानाः |
अजानीतम् |
अजानीत |
उत्तम पुरुष |
अजानाम् |
अजानीव |
अजानीम |
3. लृट् लकार (भविष्यत् काल)
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथम पुरुष |
ज्ञास्यति |
ज्ञास्यतः |
ज्ञास्यन्ति |
मध्यम पुरुष |
ज्ञास्यसि |
ज्ञास्यथः |
ज्ञास्यथ |
उत्तम पुरुष |
ज्ञास्यामि |
ज्ञास्यावः |
ज्ञास्यामः |
4. लोट् लकार (आज्ञा, प्रार्थना)
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथम पुरुष |
जानातु |
जानीताम् |
जानन्तु |
मध्यम पुरुष |
जानीहि |
जानीतम् |
जानीत |
उत्तम पुरुष |
जानानि |
जानीव |
जानीम |
5. विधिलिङ् लकार (चाहिए के प्रयोग में)
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथम पुरुष |
जानीयात् |
जानीयाताम् |
जानीयुः |
मध्यम पुरुष |
जानीयाः |
जानीयातम् |
जानीयात |
उत्तम पुरुष |
जानीयाम् |
जानीयाव |
जानीयाम |