कृ (करना) धातु रूप संस्कृत के सभी लकारों में धातु रूप (Kri Dhatu Roop in Sanskrit) नीचे दिये गये हैं।
कृ धातु रूप (Dhatu Roop of Kri) – परस्मैपद
1. लट् लकार (वर्तमान काल)
| पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
|---|---|---|---|
| प्रथम पुरुष | करोति | कुरुतः | कुर्वन्ति |
| मध्यम पुरुष | करोषि | कुरुथः | कुरुथ |
| उत्तम पुरुष | करोमि | कुर्वः | कर्मः |
2. लङ् लकार (भूतकाल)
| पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
|---|---|---|---|
| प्रथम पुरुष | अकरोत् | अकुरुताम् | अकुर्वन् |
| मध्यम पुरुष | अकरोः | अकुरुतम् | अकुरुत |
| उत्तम पुरुष | अकरवम् | अकुर्व | अकुर्म |
3. लृट् लकार (भविष्यत् काल)
| पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
|---|---|---|---|
| प्रथम पुरुष | करिष्यति | करिष्यतः | करिष्यन्ति |
| मध्यम पुरुष | करिष्यसि | करिष्यथः | करिष्यथ |
| उत्तम पुरुष | करिष्यामि | करिष्यावः | करिष्यामः |
4. लोट् लकार (आज्ञा, प्रार्थना)
| पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
|---|---|---|---|
| प्रथम पुरुष | करोतु | कुरुताम् | कुर्वन्तु |
| मध्यम पुरुष | कुरुतात् | कुरुतम् | कुरुत |
| उत्तम पुरुष | करवाणि | करवाव | करवाम |
5. विधिलिङ् लकार (चाहिए)
| पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
|---|---|---|---|
| प्रथम पुरुष | कुर्यात् | कुर्याताम् | कुर्युः |
| मध्यम पुरुष | कुर्याः | कुर्यातम् | कुर्यात |
| उत्तम पुरुष | कुर्याम् | कुर्याव | कुर्याम |