वृत् (होना-रहना) धातु रूप संस्कृत के सभी लकारों में धातु रूप (Vrat Dhatu Roop in Sanskrit) नीचे दिये गये हैं।
Dhatu Roop of Vrat
1. लट् लकार (वर्तमान काल)
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथम पुरुष |
वर्तते |
वर्तेते |
वर्तन्ते |
मध्यम पुरुष |
वर्तसे |
वर्तथे |
वर्तध्वे |
उत्तम पुरुष |
वर्ते |
वर्तावहे |
वर्तामहे |
2. लङ् लकार (भूतकाल)
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथम पुरुष |
अवर्तत |
अवर्तताम् |
अवर्तन्त |
मध्यम पुरुष |
अवर्तथाः |
अव्तेथाम् |
अवर्तध्वम् |
उत्तम पुरुष |
अवर्ते |
अवर्तावहि |
अवर्तामहि |
3. लृट् लकार (भविष्यत् काल)
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथम पुरुष |
वर्तिष्यते |
वर्तिष्येते |
वर्तिष्यन्ते |
मध्यम पुरुष |
वर्तिष्यसे |
वर्तिष्येथे |
वर्तिष्यध्वे |
उत्तम पुरुष |
वर्तिष्ये |
वर्तिष्यावहे |
वर्तिष्यामहे |
4. लोट् लकार (आज्ञा, प्रार्थना)
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथम पुरुष |
वर्तताम् |
वर्तताम् |
वर्तन्ताम् |
मध्यम पुरुष |
वर्तस्व |
वर्तथाम् |
वर्तध्वम् |
उत्तम पुरुष |
वतै |
वर्तावहै |
वर्तामहै |
5. विधिलिङ् लकार (चाहिए)
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथम पुरुष |
वर्तत |
वर्तयाताम् |
वर्तेरन् |
मध्यम पुरुष |
वर्तेथाः |
वर्तयाथाम् |
वर्तध्वम् |
उत्तम पुरुष |
वर्तेय |
वर्तेवहि |
वर्तेमहि |